पटना नगर निगम (Patna Municipal Corporation) की बैठकों में पिछले कुछ दिनों से हंगामा मचा हुआ है। अब इस हंगामे की असली वजह सामने आई है। महिला पार्षदों ने बड़ा आरोप लगाया है कि मेयर सीता साहू (Mayor Sita Sahu) और उनके बेटे शिशिर कुमार (Shishir Kumar) ने पटना को पार्किंग माफिया के हवाले करने की साजिश रची थी। शिशिर निगम की बैठकों में पर्दे के पीछे से अपनी मां को लगातार निर्देश दे रहा था। महिला पार्षदों ने आरोप लगाया कि शिशिर की गुंडई इतनी बढ़ चुकी है कि उन्हें अपनी जान का खतरा महसूस होता है।
‘अमेजिंग इंडिया’ को फिर ठेका देने की चाल
महिला पार्षदों ने खुलासा किया कि पटना नगर निगम ने पहले Amazing India नाम की एजेंसी को स्मार्ट पार्किंग का ठेका दिया था, लेकिन एजेंसी ने भारी गड़बड़ी की। जबरन वसूली, गलत हिसाब और निगम के राजस्व पदाधिकारी पर जानलेवा हमला जैसी घटनाओं के बाद इस कंपनी का ठेका रद्द कर दिया गया। इसके बावजूद मेयर और उनका बेटा इसी विवादित एजेंसी को दोबारा ठेका दिलवाने की कोशिश कर रहे थे।
नगर निगम के पदाधिकारी पर हमला और FIR
महिला पार्षदों ने बताया कि जब निगम के राजस्व पदाधिकारी जांच करने पहुंचे तो अमेजिंग इंडिया के गुंडों ने उनपर हमला कर दिया। पदाधिकारी को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा और FIR दर्ज कराई गई। इसके बाद भी मेयर और शिशिर कुमार ने नियमों को दरकिनार कर इसी एजेंसी को दोबारा ठेका देने का प्रस्ताव रखा।
पर्दे के पीछे से चला रहा था सारा खेल
11 जुलाई की बोर्ड बैठक में शिशिर कुमार निगम के नियमों को धत्ता बताते हुए बैठक कक्ष में पर्दे के पीछे मौजूद था। वहीं से वह अपनी मां सीता साहू को इशारों में निर्देश दे रहा था। उसके साथ निजी हथियारबंद बाउंसर भी मौजूद थे। विरोध करने पर शिशिर ने पार्षदों के साथ गाली-गलौज और मारपीट की।
वकील बदलकर केस रफा-दफा करने की साजिश
महिला पार्षदों ने आरोप लगाया कि मेयर और शिशिर कुमार निगम के वकील प्रतुल सिन्हा को हटाना चाहते हैं, क्योंकि वे अमेजिंग इंडिया के खिलाफ कोर्ट में मजबूती से केस लड़ रहे हैं। नए वकील को लाकर केस को कमजोर करने की तैयारी थी।
‘शिशिर की गुंडई से डर लगता है’
महिला पार्षदों ने कहा कि शिशिर कुमार के खिलाफ हत्या का केस दर्ज है और वह आदतन अपराधी है। कई निगम अधिकारियों और कर्मचारियों के साथ मारपीट कर चुका है। महिला पदाधिकारी के साथ बदसलूकी के बाद एक अधिकारी ने निगम से इस्तीफा भी दे दिया।
सरकार से कार्रवाई की मांग
महिला पार्षदों ने राज्य सरकार से मांग की कि सिर्फ शिशिर कुमार ही नहीं, बल्कि मेयर सीता साहू पर भी कार्रवाई हो। पिछले सात साल में नगर निगम में भ्रष्टाचार और गुंडागर्दी चरम पर पहुंच गई है। अगर अब कार्रवाई नहीं हुई तो पटना की स्थिति और बिगड़ सकती है।