पटना के मसौढ़ी प्रखंड अंतर्गत कोरियावा गढ़ गांव में शुक्रवार रात आयोजित नाइट क्रिकेट टूर्नामेंट खेल के बजाय खून का मैदान बन गया। रात करीब 11 बजे दो गुटों के बीच मामूली बहस इस कदर बढ़ गई कि चंद मिनटों में गोलियों की तड़तड़ाहट गांव की रात को दहला गई।
भीड़ के बीच खड़े गांव के ही युवक को एक गोली सीने में जा लगी, जिससे वह वहीं ढेर हो गया। घायल युवक को तत्काल अनुमंडलीय अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
अफरा-तफरी में हमलावर फरार, गांव में पसरा सन्नाटा
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, बहस के दौरान पहले गाली-गलौज हुई और उसके तुरंत बाद एक पक्ष ने पिस्तौल निकाल कर फायरिंग शुरू कर दी। अचानक हुए हमले से भीड़ में भगदड़ मच गई और हमलावर अंधेरे का फायदा उठाकर मौके से फरार हो गए।
पुलिस मौके पर पहुँची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा। मसौढ़ी थाना अध्यक्ष ने बताया कि मामले की जांच जारी है और आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी हो रही है।
खेल के बहाने बढ़ती हिंसा पर उठे सवाल
स्थानीय लोगों का कहना है कि गांव में आयोजित होने वाले खेल आयोजनों में अब शांति और मनोरंजन की भावना खत्म हो रही है। भीड़ और आयोजकों की लापरवाही के कारण ऐसी घटनाएं बार-बार सामने आ रही हैं।
एक ग्रामीण ने कहा, “पहले क्रिकेट आनंद देता था, अब खौफ देता है। जब खेल के मैदान में खून बहने लगे, तो त्योहार और आयोजनों का क्या औचित्य रह जाएगा?”