बिहार में सोमवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एक और बड़ी नियुक्ति का ऐलान किया। मुख्यमंत्री सचिवालय संवाद में आयोजित भव्य समारोह में उन्होंने 7468 ANM (Assistant Nurse Midwife) को नियुक्ति पत्र सौंपे। कार्यक्रम में डिप्टी सीएम विजय कुमार चौधरी, सम्राट चौधरी और स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे भी मंच पर मौजूद थे।
मुख्यमंत्री ने मंच से संबोधन में कहा कि उनका लक्ष्य 12 लाख सरकारी नौकरियां देना है और यह नियुक्ति उसी दिशा में एक अहम कदम है। उन्होंने कहा कि बिहार के स्वास्थ्य क्षेत्र को सशक्त करने के लिए यह नियुक्तियां जरूरी हैं।
नीतीश कुमार का दावा- 12 लाख नौकरियां होंगी पूरी
नीतीश कुमार ने दोहराया कि राज्य सरकार युवाओं को बड़े पैमाने पर रोजगार देने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि सरकार स्वास्थ्य, शिक्षा और सुरक्षा जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में निरंतर बहालियां कर रही है। ANM नियुक्ति के बाद राज्य में स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूती मिलेगी।
उन्होंने यह भी कहा कि राज्य सरकार अब तक 10 लाख से अधिक युवाओं को सरकारी नौकरी दे चुकी है और शेष 2 लाख पदों पर बहाली की प्रक्रिया तेज़ी से जारी है।
नियुक्तियों की रफ्तार बनी चुनावी चर्चा का केंद्र
यह पहला मौका नहीं है जब सरकार ने इतनी बड़ी संख्या में नियुक्ति पत्र बांटे हों। बीते 29 जून को पटना के बापू सभागार में 21,391 पुलिसकर्मियों को नियुक्ति पत्र सौंपे गए थे। वहीं 21 जून को 101 सहायक आर्किटेक्ट, और 9 मार्च को गांधी मैदान में 51,389 शिक्षकों को नियुक्ति दी गई थी।
लगातार हो रही नियुक्तियों से जनता के बीच एक सकारात्मक संदेश जा रहा है, लेकिन विपक्ष इसे चुनावी स्टंट कह रहा है।
क्या युवाओं को मिलेंगे और मौके?
बिहार सरकार का दावा है कि अब तक 34 लाख से अधिक लोगों को रोजगार दिया जा चुका है, जिनमें स्वरोजगार और विभिन्न सरकारी योजनाएं भी शामिल हैं। राज्य में 2 लाख पद अभी भी खाली हैं जिनपर आने वाले महीनों में बहालियां की जाएंगी। अगर ये प्रक्रिया सुचारू रही तो बिहार देश के उन राज्यों में शामिल हो सकता है जहां सबसे ज्यादा सरकारी नौकरियां दी गई हों।