पटना: राजधानी पटना शुक्रवार को उस वक्त रणभूमि बन गया जब हजारों की संख्या में राशन डीलर (Fair Price Shop Dealers) अपने अधिकारों और मांगों को लेकर सड़कों पर उतरे। नियमितीकरण और सार्वजनिक वितरण प्रणाली (PDS) के संरक्षण की मांग को लेकर निकाले गए इस मार्च ने अचानक हिंसक रूप ले लिया।
डाकबंगला चौराहे पर डीलरों ने जाम लगा दिया और नारेबाजी शुरू कर दी। पुलिस के बार-बार समझाने के बावजूद प्रदर्शनकारी पीछे हटने को तैयार नहीं हुए। हालात बिगड़ते देख पुलिस ने लाठीचार्ज और वाटर कैनन का इस्तेमाल किया। इसी दौरान पुलिस और डीलरों के बीच जमकर धक्का-मुक्की और हाथापाई हुई।
डिप्टी एसपी (कानून-व्यवस्था) कृष्ण मुरारी प्रसाद ने कहा, “हर किसी को प्रदर्शन का अधिकार है, लेकिन यह शांतिपूर्ण होना चाहिए। प्रदर्शनकारियों ने बैरिकेड तोड़े, हिंसक हो गए और ट्रैफिक बाधित किया, जिसके बाद कार्रवाई करनी पड़ी।”
अधिकारियों ने आरोप लगाया कि कुछ प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पथराव किया और कुछ ने तो पुलिसकर्मियों की कॉलर पकड़कर हमला करने की कोशिश की। कई प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया गया है।
इससे पहले, राशन डीलरों का यह समूह पश्चिम चंपारण से मार्च निकालकर पटना पहुंचा था और फेयर प्राइस डीलर्स एसोसिएशन के बैनर तले अपनी मांगों को जोर-शोर से उठा रहा था।