खानपान की बदलती आदतें और फास्ट फूड का बढ़ता चलन अब सेहत पर भारी पड़ रहा है। विशेषज्ञों का कहना है कि पेट का घेरा (Belly Fat) बढ़ना केवल मोटापे तक सीमित नहीं रहता, बल्कि यह किडनी, लीवर और हार्ट की गंभीर बीमारियों का कारण बन सकता है।
35% मरीजों की तोंद बढ़ी पाई गई
जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के मेडिसिन विभाग में हाल के दिनों में बड़ी संख्या में मोटापे से परेशान मरीज पहुंचे। विभागाध्यक्ष डॉ. राजकमल चौधरी के अनुसार, जुलाई माह में आए 510 मरीजों में से 35% यानी 183 मरीज ऐसे थे जिनका पेट का घेरा बढ़ा हुआ था या फिर उनका बीएमआई 26 से ज्यादा था। इन मरीजों को किडनी, लीवर और हार्ट से जुड़ी गंभीर समस्याएं थीं।
बदल गया खानपान, बच्चों के टिफिन में भी फास्ट फूड
डॉ. चौधरी ने बताया कि पहले घरों में तला-भुना या फैट वाला खाना साल में कुछ ही बार बनता था। लेकिन अब हालात बदल चुके हैं। बच्चों के टिफिन बॉक्स तक में नूडल्स, बिस्किट, चॉकलेट और फ्राइड फूड रखे जाने लगे हैं। वहीं, शहर में लगभग हर गली-मोहल्ले में फास्ट फूड की दुकानें खुल चुकी हैं, जिससे मोटापा तेजी से बढ़ रहा है।
एक्सपर्ट्स की राय: क्यों बढ़ रहा मोटापा?
विशेषज्ञों के मुताबिक –
- मिठाई और फास्ट फूड की अधिकता
- देर रात तक जगना और खाना
- नियमित व्यायाम की कमी
- होटल का भोजन और अनियमित डाइट
ये सभी वजहें मिलकर मोटापे और गंभीर बीमारियों का खतरा बढ़ा रही हैं।
ऐसे करें मोटापे पर नियंत्रण
- नियमित रूप से बीएमआई जांच करें
- फास्ट फूड और बाहर का खाना बंद करें
- तला-भुना और मीठा कम खाएं
- रोजाना कम से कम 30 मिनट व्यायाम या वॉक करें
- भोजन में फल और सलाद शामिल करें
- घर का बना खाना ही प्राथमिकता दें