मुंगेर: रविवार को कासिम बाजार थाना क्षेत्र के पुरानी गंज मोहल्ले में हुए एक दिल दहला देने वाले हादसे ने पूरे इलाके को दहशत में डाल दिया। नया बना सेप्टिक टैंक मजदूरों के लिए मौत का कुआँ साबित हुआ। सेंटरिंग खोलने उतरे दो मजदूर जहरीली गैस की चपेट में आ गए। एक की मौके पर मौत हो गई, जबकि दूसरा गंभीर हालत में जिंदगी और मौत से जूझ रहा है।
मृतक की पहचान और घायल की स्थिति
मरने वाले मजदूर की पहचान अरुण कुमार (45 वर्ष), पिता स्व. फौजी यादव, निवासी शंकरपुर के रूप में हुई है। वहीं गंभीर रूप से बीमार मजदूर संटू यादव, निवासी तौफिर है, जिसका इलाज एक निजी क्लीनिक में चल रहा है।
हादसे की पूरी कहानी
स्थानीय लोगों के अनुसार, ठेकेदार संजय कुमार के कहने पर दोनों मजदूर टैंक में उतरे थे। अंदर जाते ही जहरीली गैस के असर से वे बेहोश हो गए। काफी देर तक कोई हलचल न होने पर तीसरे मजदूर ने रस्सी के सहारे नीचे जाकर उन्हें बाहर निकाला। तब तक अरुण की मौत हो चुकी थी और डॉक्टरों ने अस्पताल पहुँचते ही उसे मृत घोषित कर दिया।
हादसा या हत्या? परिजनों ने उठाए सवाल
दूसरी ओर, मृतक के परिजनों ने इसे हादसा मानने से साफ इनकार कर दिया। उनका आरोप है कि यह कोई साधारण दुर्घटना नहीं बल्कि गृहस्वामी धर्मेंद्र कुमार द्वारा रची गई साजिशन हत्या है। परिवार ने कहा कि अरुण ही घर का एकमात्र सहारा था और उसकी मौत से पत्नी, दो बेटियां और एक बेटा बेसहारा हो गए हैं।
पुलिस की कार्रवाई
घटना की सूचना मिलते ही कासिम बाजार थाने की पुलिस मौके पर पहुँची और जांच शुरू कर दी। फिलहाल पुलिस हादसा या हत्या – दोनों एंगल से मामले की पड़ताल कर रही है।