बिहार के Muzaffarpur जिले में अंधविश्वास की आड़ में इंसानियत को शर्मसार करने वाला मामला सामने आया है। एक 7 महीने की गर्भवती महिला से Shankar Sah नामक एक ओझा (तांत्रिक) ने तीन अलग-अलग दिनों में दुष्कर्म किया। महिला की हालत बिगड़ने के बाद उसने परिजनों को आपबीती सुनाई।
घटना Siwaipatti थाना क्षेत्र के एक गांव की है, जहां पीड़िता गर्भावस्था से जुड़ी समस्याओं से जूझ रही थी। गांव वालों की सलाह पर महिला के पति ने ओझा से संपर्क किया। ओझा ने कहा, “पत्नी को रात में लेकर आना।”
जब महिला पहली बार अपने पति के साथ ओझा के पास पहुंची, तो Shankar Sah ने पति को बांसवारी में बैठा दिया और महिला को अकेले एक चौर में ले जाकर दुष्कर्म किया।
“तीन बार बुलाया, तीनों बार किया दुष्कर्म” — पीड़िता का बयान दर्ज
मेडिकल ओपी प्रभारी Sarwari Khatoon ने बताया कि महिला का बयान दर्ज कर लिया गया है। महिला ने लोकलाज के डर से पहले किसी को कुछ नहीं बताया, लेकिन जब तीसरी बार दुष्कर्म के बाद उसकी हालत खराब हो गई और रक्तस्राव शुरू हो गया, तब उसने अपनी gotni और अन्य परिजनों को तांत्रिक की दरिंदगी के बारे में बताया।
इसके बाद पीड़िता ने साहस जुटाकर पुलिस के पास शिकायत दर्ज कराई। फिलहाल आरोपी Shankar Sah फरार है और पुलिस उसकी तलाश कर रही है।
बिहार में अंधविश्वास बना अपराध की जमीन
यह मामला न सिर्फ एक महिला की अस्मिता को रौंदने का है, बल्कि यह दर्शाता है कि आज भी बिहार जैसे राज्यों में अंधविश्वास और तंत्र-मंत्र के नाम पर किस तरह अपराधों को अंजाम दिया जा रहा है।
सरकार और पुलिस को चाहिए कि ऐसे मामलों में कठोर कार्रवाई की जाए ताकि कोई और तांत्रिक Shankar Sah जैसी हैवानियत दोहराने की हिम्मत न कर सके।