पटना: आगामी Bihar Assembly Election को लेकर Aam Aadmi Party (AAP) ने बड़ा दांव खेला है। पार्टी के संयोजक Arvind Kejriwal ने स्पष्ट कर दिया है कि AAP अब किसी भी दल के साथ गठबंधन नहीं करेगी और बिहार चुनाव में अकेले उतरकर अपनी ताकत आज़माएगी।
गुजरात के अहमदाबाद में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान Kejriwal ने कहा, “INDIA गठबंधन केवल Lok Sabha Election के लिए था। अब आगे हम अपने दम पर चुनाव लड़ेंगे। कांग्रेस के साथ कोई गठबंधन नहीं रहेगा।” उन्होंने कहा कि गुजरात के Visavadar Bypoll में कांग्रेस से अलग लड़कर AAP ने तीन गुना वोटों से जीत दर्ज की थी, जो यह दर्शाता है कि AAP अब एक मजबूत विकल्प बन चुकी है।
केजरीवाल गुजरात में संगठन विस्तार के लिए पहुंचे थे, जहां से उन्होंने बिहार और अन्य राज्यों को लेकर पार्टी की रणनीति पर खुलकर बात की। उनका कहना था, “अब हम हर राज्य में अपने बूते चुनाव लड़ेंगे। पंजाब में दोबारा हमारी सरकार बनेगी और दिल्ली की हार-जीत एक प्रक्रिया का हिस्सा है।”
इस बीच झारखंड में सरकारी विभागों के बजट पर सवाल उठाते हुए राज्य के वित्त मंत्री Radhakrishna Kishore ने भी नाराजगी जाहिर की है। वहीं बिहार में AAP की एंट्री से सियासी समीकरण बदल सकते हैं। विपक्षी गठबंधन के लिए यह एक बड़ा झटका माना जा रहा है।
केजरीवाल ने दोहराया कि उनकी पार्टी का लक्ष्य केवल सत्ता नहीं बल्कि देश में एक विकल्प खड़ा करना है। “हम गुजरात में भी लड़ेंगे और जीतेंगे,” उन्होंने कहा।
राजनीतिक विशेषज्ञ मानते हैं कि अगर AAP बिहार में अच्छा प्रदर्शन करती है तो यह क्षेत्रीय पार्टियों के लिए बड़ी चुनौती साबित हो सकती है।