जनता दल यूनाइटेड (JDU) के प्रदेश युवा सचिव Harshit Kumar का नाम अब साइबर ठगी जैसे संगीन अपराध में आ गया है। बिहार के Supoul जिले में Economic Offences Unit (EOU) की टीम ने स्थानीय पुलिस के साथ मिलकर उसके घर पर छापा मारा। Gospur गांव स्थित Harshit के घर से लैपटॉप, कई सिम कार्ड, संदिग्ध दस्तावेज और डिजिटल डिवाइसेज बरामद की गईं। बताया जा रहा है कि Harshit अपने ही घर से बड़े पैमाने पर साइबर फ्रॉड का रैकेट ऑपरेट कर रहा था।
16 घंटे चली छापेमारी, पुलिस के हाथ लगे कई सबूत
शनिवार शाम से रविवार सुबह तक करीब 16 घंटे तक Special Team की छापेमारी चली। खुद SP Sharath RS ने रेड की निगरानी की। शुरुआती जांच में पुलिस को आशंका है कि Harshit का रैकेट केवल बिहार में नहीं बल्कि देश के कई राज्यों में फैला हो सकता है। छापेमारी के बाद EOU टीम Harshit को Patna ले गई जहां उससे कड़ी पूछताछ जारी है।
DIG Manoj Kumar और SP ने साधी चुप्पी
DIG Kosi Range Manoj Kumar और SP Sharath RS ने फिलहाल मामले में मीडिया को कोई भी आधिकारिक जानकारी देने से इनकार किया है। सूत्रों का दावा है कि Harshit के डिजिटल डिवाइसेज की गहन फॉरेंसिक जांच की जा रही है।
पिता का दावा- रियल एस्टेट कारोबारी है बेटा
Harshit के पिता Vikas Mishra ने दावा किया है कि उनका बेटा रियल एस्टेट का बिजनेस करता है और राजनीतिक रूप से सक्रिय है। वे आरोप लगा रहे हैं कि Harshit को किसी साजिश के तहत फंसाया जा रहा है। अभी कुछ दिन पहले ही उसे JDU युवा प्रदेश सचिव बनाया गया था।
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ग्रामीणों का शक- हमेशा कमरे में रहता था बंद
गांव के लोगों का कहना है कि Harshit कोविड काल में पढ़ाई छोड़कर पटना से गांव आया था। इसके बाद वह अक्सर अपने कमरे में बंद रहता था। ग्रामीणों को उसके कामकाज की कोई जानकारी नहीं थी, बस इतना पता था कि वह रियल एस्टेट में अच्छा कमा रहा है। खास बात ये भी कि वह घर से निकलता तो बॉडीगार्ड लेकर चलता था।
Special Team कर रही गहन जांच
EOU की टीम Harshit के लैपटॉप, मोबाइल, सिम कार्ड और दस्तावेज खंगाल रही है। पुलिस सूत्रों का कहना है कि यह कोई मामूली नेटवर्क नहीं, बल्कि एक संगठित और बड़ा साइबर फ्रॉड रैकेट हो सकता है। जल्द ही बड़े खुलासे की उम्मीद है।