पटना: बिहार की राजनीति में एक बार फिर भूचाल आया है, और इस बार वजह हैं Tej Pratap Yadav। Lalu Prasad Yadav के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव ने एक भावुक लेकिन आक्रामक सोशल मीडिया पोस्ट के ज़रिए पार्टी और परिवार पर अप्रत्यक्ष निशाना साधा है। उन्होंने साफ कर दिया है कि अब उनके भविष्य का फैसला कोई राजनीतिक दल या परिवार नहीं, बल्कि भारत की Supreme Court और जनता करेगी।
“मेरी चुप्पी को कमजोरी मत समझो”: Tej Pratap का धमाकेदार पोस्ट
तेज प्रताप यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (Twitter) पर अपनी एक तस्वीर शेयर की है जिसमें वे RJD की टोपी लगाए अपने पिता लालू प्रसाद यादव की तस्वीर को निहार रहे हैं। साथ में उन्होंने एक तीखा कैप्शन लिखा:
“मेरी खामोशी को मेरी कमजोरी समझने की भूल करने वालों, ये मत समझना कि मुझे तुम्हारी साजिशों का पता नहीं। शुरुआत तुमने की है, अंत मैं करूंगा। झूठ और फरेब के बनाए इस चक्रव्यूह को तोड़ने जा रहा हूं। तैयार रहना, सच सामने आने वाला है। मेरी भूमिका मेरी प्यारी जनता और माननीय सर्वोच्च न्यायालय तय करेगा, कोई दल या परिवार नहीं।”
क्या है पोस्ट का राजनीतिक मतलब?
राजनीतिक गलियारों में इस पोस्ट के कई मायने निकाले जा रहे हैं। माना जा रहा है कि 12 साल पुराने एक कथित प्रेम-प्रकरण के बाद पार्टी और परिवार से अलग-थलग पड़े तेज प्रताप अब खुलकर मोर्चा खोलने की तैयारी में हैं। इससे पहले भी उन्होंने RJD परिवार में किसी “जयचंद” के होने की बात कही थी। अब इस नए बयान से ये साफ हो गया है कि तेज प्रताप आरपार की लड़ाई के मूड में हैं।
सुप्रीम कोर्ट तक ले जाएंगे मामला?
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि तेज प्रताप यादव अब कानूनी रास्ता अपनाकर न्याय की तलाश करेंगे। यह संभव है कि वे Supreme Court का दरवाजा खटखटाएं। साथ ही, वे जनसंपर्क अभियान के ज़रिए जनता के बीच अपनी बात भी रख सकते हैं। हालांकि अभी उन्होंने किसी नाम का खुलासा नहीं किया है, लेकिन उनके इशारे पार्टी के अंदर ही किसी बड़े चेहरे की ओर हैं – जो फिलहाल अटकलों का विषय बना हुआ है।
क्या आने वाला है कोई बड़ा खुलासा?
तेज प्रताप यादव की इस पोस्ट के बाद लालू परिवार में उठने वाले सवाल और सियासी बयानबाजी फिर गर्म हो सकती है। यह देखना दिलचस्प होगा कि तेज प्रताप आगे क्या कदम उठाते हैं – क्या वे कोई बड़ा खुलासा करेंगे? क्या पार्टी से उनकी दूरी अब राजनीतिक विद्रोह में बदल जाएगी?