मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में मंगलवार को हुई बिहार कैबिनेट की अहम बैठक में राज्य के भविष्य से जुड़े 43 महत्वपूर्ण प्रस्तावों पर मुहर लगा दी गई। सबसे बड़ा फैसला बिहार युवा आयोग (Bihar Yuva Aayog) के गठन को लेकर लिया गया, जिसे राज्य विधानसभा चुनाव से पहले युवाओं के लिए एक रणनीतिक कदम माना जा रहा है।
युवाओं के लिए खास तोहफा: बिहार युवा आयोग का गठन
बैठक में लिए गए इस निर्णय के अनुसार, राज्य में Bihar Youth Commission की स्थापना की जाएगी, जो युवाओं से जुड़े मुद्दों पर कार्य करेगा। आयोग का उद्देश्य रोजगार, शिक्षा, कौशल विकास और सरकारी योजनाओं में युवाओं की भागीदारी सुनिश्चित करना होगा।
इन अहम प्रस्तावों को भी मिली मंज़ूरी
बैठक में केवल युवा आयोग ही नहीं, बल्कि विभिन्न विभागों से जुड़े अन्य 42 एजेंडों को भी हरी झंडी दी गई। इनमें शामिल हैं:
- नियुक्ति प्रक्रियाओं को तेज करने के लिए प्रशासनिक मंज़ूरी
- ग्रामीण और शहरी विकास योजनाओं के लिए आर्थिक स्वीकृति
- उद्योग विभाग की नई परियोजनाओं को बढ़ावा
- स्वास्थ्य और शिक्षा क्षेत्रों में नई बहाली की प्रक्रिया
विधानसभा चुनाव से पहले मास्टरस्ट्रोक?
राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि यह निर्णय बिहार विधानसभा चुनाव 2025 को ध्यान में रखते हुए लिया गया है। युवाओं की नाराज़गी को दूर करने और उन्हें जोड़ने के उद्देश्य से यह एक बड़ी रणनीति हो सकती है।
बिहार के विकास को नई रफ्तार देने की तैयारी
बैठक में जिन प्रस्तावों को मंजूरी मिली, वे सभी राज्य के आर्थिक, सामाजिक और शैक्षिक विकास से जुड़े हैं। सरकार का मानना है कि इन फैसलों से राज्य में रोजगार के अवसर बढ़ेंगे और विकास को नई दिशा मिलेगी।