बिहार की राजधानी पटना में हुए चर्चित गोपाल खेमका मर्डर केस के बाद राजनीति में भूचाल आ गया है। विपक्ष सरकार पर निशाना साध रहा है तो वहीं जेडीयू विधायक गोपाल मंडल के ताजा बयान ने आग में घी डाल दिया है। उन्होंने हत्या को “आम बात” कह दिया और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सजगता को स्वीकार करते हुए भी पुलिस व्यवस्था पर सवाल खड़े किए।
भागलपुर में मीडिया से बात करते हुए गोपाल मंडल ने कहा,
“सीएम नीतीश कुमार सजग और सतर्क हैं, लेकिन कहां-कहां हत्या रोकने जाएंगे। हत्या तो आम बात है। भाई-भाई में भी लड़ाई हो जाती है और कोई मर जाता है।”
‘पुलिस ही लचर है’, गोपाल मंडल की टिप्पणी पर उठे कई सवाल
जेडीयू विधायक गोपाल मंडल, जो अक्सर अपने विवादित बयानों के लिए सुर्खियों में रहते हैं, ने पुलिस पर सीधा हमला बोला। उन्होंने कहा कि बिहार पुलिस को जितना चुस्त होना चाहिए, वह नहीं है। उन्होंने इसे लचर करार देते हुए सुधार की जरूरत बताई।
गोपाल खेमका की हत्या के बाद अपराधियों पर पुलिस की कार्रवाई तेज
गोपाल खेमका, पटना के एक नामी कारोबारी, की कुछ दिन पहले घर के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। जांच में खुलासा हुआ कि बिल्डर अशोक शाह ने सुपारी देकर हत्या करवाई थी। शूटर उमेश यादव को पुलिस ने गिरफ्तार किया, जबकि हथियार सप्लाई करने वाला राजा मालसलामी में पुलिस मुठभेड़ में मारा गया।
विपक्ष के निशाने पर नीतीश सरकार, बढ़ती हत्याओं से नाराज़गी
घटनाओं की बढ़ती संख्या के बीच विपक्ष ने नीतीश सरकार को कानून व्यवस्था के मुद्दे पर कटघरे में खड़ा कर दिया है। जहां मुख्यमंत्री की सतर्कता की बात कही जा रही है, वहीं ज़मीनी स्तर पर व्यवस्था को लेकर गंभीर सवाल उठ रहे हैं। क्या बिहार में अपराध अब “आम बात” हो चुका है, जैसा कि विधायक ने कहा?