गया: बिहार में मानसून की दस्तक के साथ ही कई जिलों में भारी बारिश शुरू हो गई है। इसी बीच गया जिले में गुरुवार की सुबह फल्गु नदी में अचानक आई बाढ़ ने अफरातफरी मचा दी। मानपुर के पास नया फोर लेन पुल के नीचे गर्मी से राहत पाने के लिए सो रहे 12 खानाबदोश लोग बाढ़ के पानी में घिर गए।
तेज बहाव और लबालब पानी को देख सभी लोग घबरा गए और मदद के लिए चिल्लाने लगे। आवाज सुनकर आसपास के स्थानीय लोग और तैराक मौके पर पहुंचे। फौरन बचाव कार्य शुरू किया गया और सभी को सुरक्षित बाहर निकाला गया।
स्थानीय तैराकों और SDRF की बहादुरी से बची जान
गुरुवार की सुबह जब फल्गु नदी के पास से गुजर रहे लोगों ने मदद की पुकार सुनी, तो वहां भीड़ लग गई। कुछ युवकों ने बिना देर किए नदी में छलांग लगा दी। कुछ रस्सियों की मदद से पुल के नीचे फंसे लोगों को ऊपर खींचा गया।
कुछ देर बाद SDRF (State Disaster Response Force) की टीम भी मौके पर पहुंच गई और अपनी नाव से बचाव कार्य को अंजाम दिया।
स्थानीय युवक संतोष कुमार ने बताया कि जैसे ही सूचना मिली, वो कुछ तैराकों के साथ मौके पर पहुंचे और 12 लोगों को किसी तरह बाहर निकाला। हालांकि तीन बकरियां और खानाबदोशों का कुछ सामान पानी में बह गया।
कौन थे ये लोग और कैसे पहुंचे यहां?
स्थानीय निवासियों के अनुसार, जो लोग पानी में फंसे थे, वे खानाबदोश और बंजारन समुदाय से थे। ये लोग सामान बेचकर या मांगकर गुजर-बसर करते हैं। गर्मी और बारिश से बचाव के लिए अक्सर पुलों के नीचे डेरा डालते हैं। बुधवार रात भी वे पुल के नीचे सोए हुए थे, लेकिन किसी को अंदाजा नहीं था कि फल्गु नदी रातों-रात उफान पर आ जाएगी।
स्थानीय लोगों ने की सम्मान की मांग
12 लोगों की जान बचाने वाले तैराक युवाओं की सराहना हो रही है। स्थानीय लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि इन बहादुर युवाओं को सम्मानित किया जाए।