भागलपुर वोटर लिस्ट में पाकिस्तान से आई 2 महिलाओं के नाम, जांच से हड़कंप

बिहार चुनाव से पहले भागलपुर में बड़ा खुलासा, गृह मंत्रालय ने शुरू की उच्चस्तरीय जांच

Rohit Mehta Journalist
Pakistani Women In Bhagalpur Voter List
Pakistani Women In Bhagalpur Voter List (PC: BBN24/Social Media)
मुख्य बातें (Highlights)
  • बिहार के भागलपुर में वोटर लिस्ट से जुड़ा चौंकाने वाला खुलासा
  • पाकिस्तान से आई 2 महिलाओं को मिला भारतीय वोटर आईडी
  • गृह मंत्रालय ने दी उच्चस्तरीय जांच के आदेश

बिहार विधानसभा चुनाव से पहले भागलपुर से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। गृह मंत्रालय की जांच में यह खुलासा हुआ कि पाकिस्तान से आई दो महिलाओं के नाम मतदाता सूची में दर्ज कर लिए गए और उन्हें वोटर आईडी कार्ड भी जारी कर दिए गए। इस मामले ने प्रशासन और राजनीतिक गलियारों में हड़कंप मचा दिया है।

वीजा खत्म होने के बाद भी भारत में मौजूद

गृह मंत्रालय ने हाल ही में उन विदेशी नागरिकों की जांच शुरू की थी जो वीजा खत्म होने के बाद भी भारत में रह रहे हैं। जांच के दौरान भागलपुर जिले में तीन पाकिस्तानी नागरिकों की मौजूदगी की पुष्टि हुई। इनमें दो महिलाएं— इमराना खानम उर्फ इमराना खातून और फिरदौसिया खानम शामिल हैं।

रिपोर्ट के अनुसार, ये महिलाएं भागलपुर के इशाकचक थाना क्षेत्र, भीखनपुर गुमटी नंबर-3, टैंक लेन में रह रही थीं। इनके नाम मतदाता सूची में दर्ज हो गए थे, जबकि भारतीय नागरिकता कभी कानूनी रूप से इन्हें नहीं मिली।

डीएम ने दी सख्त कार्रवाई की चेतावनी

मामला सामने आते ही गृह मंत्रालय ने भागलपुर प्रशासन को जांच और कार्रवाई के आदेश दिए।
भागलपुर के जिलाधिकारी डॉ. नवल किशोर चौधरी ने बताया कि दोनों महिलाओं के नाम मतदाता सूची से हटाए जा रहे हैं। साथ ही जिम्मेदार अधिकारियों और कर्मचारियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।

परिवार का दावा – भारतीय हैं महिलाएं

फिरदौसिया खानम के बेटे मोहम्मद गुलौज ने सभी आरोपों को खारिज किया। उनका कहना है कि उनकी मां का जन्म 1945 में भागलपुर में हुआ था और वे यहीं की मूल निवासी हैं। उन्होंने प्रशासन को सभी दस्तावेज भी सौंपे हैं और कहा कि बिना जांच किए उन्हें पाकिस्तानी बताया गया है।

पड़ोसियों की गवाही

स्थानीय निवासी मोहम्मद इगेज़ खान ने कहा कि महिलाएं लंबे समय से यहीं रह रही हैं और समाज का हिस्सा रही हैं। किसी को कभी शक नहीं हुआ कि वे विदेशी नागरिक हो सकती हैं।

उठे गंभीर सवाल

इस घटना ने कई अहम सवाल खड़े किए हैं:

  • जब नागरिकता बदली ही नहीं तो वोटर लिस्ट में नाम कैसे जुड़ा?
  • वोटर आईडी कैसे जारी हो गया?
  • क्या इसमें लापरवाही हुई या मिलीभगत?
  • क्या अन्य जिलों में भी ऐसे मामले हो सकते हैं?

गृह मंत्रालय ने दिए उच्चस्तरीय जांच के आदेश

सूत्रों के अनुसार, गृह मंत्रालय ने इस मामले को बेहद संवेदनशील मानते हुए उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिए हैं। भागलपुर प्रशासन से विस्तृत रिपोर्ट मांगी गई है और जल्द ही जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई हो सकती है।

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