2 साल पहले हुई शादी, अब दारोगा ने फांसी लगाकर दी जान! मीडिया सेल प्रभारी थे

गया एसएसपी ऑफिस में तैनात दारोगा अनुज कश्यप की संदिग्ध हालात में मौत, जांच में जुटी पुलिस

Fevicon Bbn24
Bihar Police Sub Inspector Suicide Gaya Media Cell Officer Anuj Kashyap
Bihar Police Sub Inspector Suicide Gaya Media Cell Officer Anuj Kashyap (Source: BBN24/Google/Social Media)

गया। बिहार पुलिस में कार्यरत एक दारोगा ने शुक्रवार सुबह अपने सरकारी कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। मृतक की पहचान अनुज कश्यप के रूप में हुई है, जो गया एसएसपी कार्यालय में मीडिया सेल प्रभारी के तौर पर तैनात थे। घटना के वक्त वह कमरे में अकेले थे। पुलिस को सूचना मिलते ही शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया और एफएसएल की टीम को भी मौके पर बुलाया गया।

2019 बैच के दारोगा थे अनुज, सहरसा के बनगांव के रहने वाले

अनुज कश्यप सहरसा जिले के बनगांव गांव के निवासी थे। वे 2019 बैच के दारोगा थे और वर्ष 2022 से गया में पदस्थापित थे। दो साल पहले ही उनकी शादी हुई थी, लेकिन वे गया में अकेले रहते थे। उनके अचानक आत्महत्या करने की खबर से पुलिस विभाग में शोक की लहर दौड़ गई है।

पुनपुन नदी में छलांग मारते ही मचा हड़कंप: 8 दोस्त डूबे, 2 अब तक लापता

परिजनों को दी गई सूचना, जांच में जुटी पुलिस

गया पुलिस ने उनके परिजनों को सूचित कर दिया है। एसएसपी आनंद कुमार ने बताया कि घटना की गंभीरता से जांच की जा रही है। एफएसएल (फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी) की टीम को घटनास्थल पर भेजा गया है और परिजनों व सहकर्मियों से पूछताछ की जा रही है ताकि आत्महत्या के पीछे की वजह सामने आ सके।

सवालों के घेरे में दारोगा की मौत, क्या था निजी कारण या कुछ और?

हालांकि प्रथम दृष्टया यह आत्महत्या का मामला लग रहा है, लेकिन दारोगा अनुज कश्यप की स्थिति और हालिया घटनाक्रमों को लेकर कई सवाल खड़े हो रहे हैं। क्या उन्हें मानसिक तनाव था या निजी जीवन में कोई परेशानी? पुलिस इन सभी पहलुओं पर गंभीरता से जांच कर रही है।

पटना में 50 लाख की रहस्यमयी चोरी! इंजीनियर के बंद घर को चोरों ने बना डाला निशाना

पुलिस महकमे में शोक, साथी अफसरों ने जताया दुख

दारोगा अनुज कश्यप की मौत की खबर मिलते ही साथी अफसरों और कर्मचारियों में शोक की लहर दौड़ गई। वे अपने विभाग में मेहनती और जिम्मेदार अधिकारी माने जाते थे। गया एसएसपी ऑफिस में काम करने वाले उनके कई सहयोगियों ने उनकी मौत पर गहरा दुख जताया।


नोट: यदि आप या आपके जानने वाले किसी मानसिक परेशानी या अवसाद से जूझ रहे हैं, तो कृपया मनोचिकित्सक से संपर्क करें या हेल्पलाइन की सहायता लें। आपकी जिंदगी कीमती है।

Share This Article