पटना: बिहार में वाहन मालिकों को जल्द ही गलत चालान से निजात मिलने वाली है। परिवहन विभाग (Transport Department) राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र (NIC) के सहयोग से एक मोबाइल ऐप लॉन्च करने जा रहा है, जिसके जरिए लोग गलत ट्रैफिक चालान (Wrong Challan) की शिकायत दर्ज कर सकेंगे और बिना किसी सरकारी दफ्तर के चक्कर लगाए उसे सुलझा पाएंगे।
बार-बार गलत चालान से भड़के वाहन मालिक
बीते दिनों बार-बार गलत चालान कटने से वाहन मालिकों में नाराज़गी बढ़ रही थी। कभी दूर शहरों में न जाकर भी चालान मिलना और कभी बिना गलती किए जुर्माना लगना आम हो गया था। इसी के विरोध में बिहार मोटर ट्रांसपोर्ट फेडरेशन (Bihar Motor Transport Federation) ने 25 जुलाई से सड़कों पर उतरने की चेतावनी दी थी।
परिवहन आयुक्त ने दिए निर्देश
परिवहन आयुक्त अशुतोष द्विवेदी ने NIC को ऐप तैयार करने के निर्देश दिए हैं। इस ऐप पर लोग तुरंत चालान की डिटेल अपलोड करके शिकायत दर्ज कर पाएंगे। अधिकारियों का कहना है कि यह सिस्टम वाहन मालिकों को परेशानियों से बचाएगा और शिकायत का निपटारा तेज़ी से होगा।
रोज़ाना लाखों का चालान
फिलहाल राज्य में ट्रैफिक विभाग रोज़ाना दोपहिया वाहनों पर 200 से ज्यादा और अन्य गाड़ियों पर 50 से अधिक चालान काट रहा है। इससे करीब 10 लाख रुपये तक की राशि जुर्माने के रूप में वसूली जा रही है। इसमें ट्रैफिक नियम उल्लंघन के अलावा ओवरलोडिंग, नो-पार्किंग और परमिट संबंधी उल्लंघन भी शामिल हैं।
गलत चालान की चौंकाने वाली घटनाएँ
- मुजफ्फरपुर के एक डॉक्टर को पटना में रेड लाइट जम्प का चालान मिला, जबकि वे वहां गए ही नहीं थे।
- अगोरिया बाज़ार के एक वाहन मालिक पर मोतिहारी में ट्रिपल राइडिंग का चालान लगाया गया, जबकि वे छह महीने से उस शहर गए ही नहीं थे।
ऐसे मामलों में वाहन मालिकों ने वाहन नंबरों के दुरुपयोग का आरोप लगाया है।