बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से पहले मतदाता सूची को लेकर लगातार विवाद हो रहा है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी और राजद नेता तेजस्वी यादव “वोट अधिकार यात्रा” के दौरान कई लोगों से मिल रहे हैं। इस बीच, मतदाता सूची से नाम कटने के कई दावे सामने आए, लेकिन उनमें से कई झूठे साबित हो रहे हैं।
अमन कुमार का दावा निकला गलत
औरंगाबाद के अमन कुमार ने राहुल गांधी और तेजस्वी यादव से मुलाकात के दौरान आरोप लगाया था कि उनका नाम वोटर लिस्ट से हटा दिया गया है। लेकिन चुनाव आयोग की जांच और जिला प्रशासन द्वारा जारी वीडियो में अमन ने खुद माना कि बिना सही से चेक किए उन्होंने झूठा दावा कर दिया। उन्होंने कहा, “मेरा नाम वोटर लिस्ट में मौजूद है, जानकारी के अभाव में गलत बोला। अब मुझे कोई आपत्ति नहीं है।”
रंजू देवी और सुबोध कुमार का मामला भी हुआ था फेल
इससे पहले, रोहतास की रंजू देवी और नवादा के सुबोध कुमार ने भी वोटर लिस्ट से नाम कटने का दावा किया था। जांच में सामने आया कि रंजू देवी ने वार्ड सचिव के कहने पर ऐसा बयान दिया, जबकि हकीकत में उनके और परिवार के सभी नाम लिस्ट में थे। वहीं, सुबोध कुमार का नाम पहले भी सूची में नहीं था, लेकिन उन्होंने फॉर्म भरकर नाम जुड़वाने से इनकार कर दिया था।
राहुल-तेजस्वी की “वोट अधिकार यात्रा”
राहुल गांधी और तेजस्वी यादव इन दिनों गहन मतदाता पुनरीक्षण (SIR) और 65 लाख नाम हटाने के कथित आरोपों के खिलाफ बिहार में यात्रा कर रहे हैं। इस दौरान कई लोग उनसे मिलकर शिकायतें दर्ज करा रहे हैं। हालांकि, आयोग की जांच में कई दावे निराधार साबित हो रहे हैं।