पटना: राजधानी पटना में चर्चित व्यवसायी गोपाल खेमका की दिनदहाड़े हुई हत्या ने पूरे बिहार को हिला कर रख दिया था। अब इस सनसनीखेज हत्याकांड में बिहार पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है। खुद DGP विनय कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि हत्या का मुख्य कारण जमीन विवाद था, और इस हत्या की साजिश में कई शातिर अपराधी शामिल थे।
हत्या की साजिश ज़मीन विवाद से जुड़ी
पुलिस ने बताया कि जांच में पता चला है कि खेमका की हत्या के पीछे जमीन को लेकर पुराना विवाद था। इस सिलसिले में पुलिस ने जब आरोपी अशोक साव के घर छापा मारा तो वहां से जमीन से जुड़े कई दस्तावेज बरामद हुए। उल्लेखनीय है कि गोपाल खेमका के बेटे गुंजन खेमका की भी 2018 में हत्या हो चुकी है और वो भी जमीन विवाद से जुड़ी थी।
DGP ने जानकारी दी कि परिवार की सुरक्षा के लिए उन्हें पहले अंगरक्षक मुहैया कराया गया था, लेकिन बाद में उन्होंने खुद ही उसे वापस कर दिया था।
ऐसे मिला पुलिस को सुराग
DGP विनय कुमार ने बताया कि हत्या की जांच के दौरान CCTV फुटेज, बाइक की पहचान और हुलिया के आधार पर पुलिस ने पूरे शहर के कैमरे खंगाले। बाइक के रजिस्ट्रेशन से आरोपी उमेश यादव की पहचान हुई और उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
पटना SSP ने बताया कि उमेश यादव ने पूछताछ में अपना अपराध स्वीकार किया है और हत्या में प्रयोग हुआ हथियार भी बरामद कर लिया गया है। उसने कबूला कि अशोक साव ने उसे हत्या के लिए 4 लाख रुपये का सौदा दिया था जिसमें से 50 हजार एडवांस मिले थे।
अजय वर्मा गैंग का लिंक, एक अपराधी ढेर
इस केस में पुलिस ने एक और बड़ी कार्रवाई करते हुए अपराधी विकास को एनकाउंटर में मार गिराया। वहीं मुख्य शूटर उमेश यादव को गिरफ्तार किया गया है। साथ ही इस हत्या की साजिश रचने के आरोप में बेउर जेल में बंद गैंगस्टर अजय वर्मा पर भी मामला दर्ज किया गया है।
बिहार पुलिस का कहना है कि इस मामले में और भी गिरफ्तारियां हो सकती हैं। पुलिस की विशेष टीम पूरे नेटवर्क को खंगाल रही है ताकि इस मर्डर केस के पीछे की पूरी साजिश सामने लाई जा सके।