नई दिल्ली: कैब सर्विस का इस्तेमाल करने वाले लोगों और ड्राइवरों दोनों के लिए सरकार ने बड़ा ऐलान किया है। केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने Motor Vehicle Aggregator Guidelines 2025 को अधिसूचित कर दिया है, जिसमें Ola, Uber और Rapido जैसी सेवाओं में शामिल वाहनों की अधिकतम आयु सीमा अब 8 साल तय कर दी गई है। इसका मतलब है कि 8 साल से अधिक पुराने वाहन अब इन सेवाओं में नहीं चल सकेंगे।
Aggregator Apps पर 8 साल से पुराने वाहन बैन
मंत्रालय ने साफ कर दिया है कि कोई भी कैब एग्रीगेटर अपने प्लेटफॉर्म पर ऐसे वाहन को नहीं जोड़ेगा जो आठ वर्ष से अधिक पुराने हों। वाहन का पंजीकरण चाहे नया हो या पहले से हो, उसकी आयु सीमा 8 साल से ज्यादा नहीं होनी चाहिए।
ड्राइवर का लाइसेंस और परमिट अब यात्री सीट के पीछे दिखाना अनिवार्य
नई गाइडलाइंस के अनुसार, अब ड्राइवर को लाइसेंस और वाहन परमिट की प्रति को अगली सीट के पीछे इस तरह प्रदर्शित करना होगा कि वह यात्रियों को स्पष्ट रूप से दिखाई दे। यह नियम मोटरसाइकिल को छोड़कर सभी प्रकार के वाहनों पर लागू होगा।
App पर Driver की फोटो और मानसिक जांच जरूरी
Ola, Uber और Rapido जैसे ऐप्स पर अब ड्राइवर की हाई-रेजॉल्यूशन फोटो दिखाना अनिवार्य होगा। इसके साथ ही, हर ड्राइवर को मनोवैज्ञानिक जांच (psychological analysis) से गुजरना होगा, जिससे उसकी मानसिक और भावनात्मक स्थिति का मूल्यांकन किया जा सके।
ड्राइवर को मिलेगा 80% किराया, समय पर भुगतान का प्रावधान
सरकार ने यह स्पष्ट किया है कि ड्राइवर को किराए का कम से कम 80% हिस्सा मिलना चाहिए, जबकि बाकी 20% एग्रीगेटर रख सकेंगे। पेमेंट का समय डेली, वीकली या फोर्टनाइटली होगा, जो एग्रीगेटर और ड्राइवर के बीच समझौते पर निर्भर करेगा।
क्या होगा असर?
यह कदम एक ओर जहां यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा को बढ़ाएगा, वहीं दूसरी ओर पुराने वाहन मालिकों के लिए बड़ा झटका साबित हो सकता है। इससे बड़ी संख्या में पुराने ऑटो और टैक्सी सेवाएं बंद हो सकती हैं, लेकिन यह ट्रैफिक और प्रदूषण को नियंत्रित करने की दिशा में अहम प्रयास माना जा रहा है।